एक साथ जली 11 चिताएं, हर आंख है नम, हर ओर मची चीत्कार..

एक साथ जली 11 चिताएं, हर आंख है नम, हर ओर मची चीत्कार..

 

 

उत्तराखंड: चमोली में हुए हादसे में मारे गए लोगों का गुरुवार को अंतिम संस्कार किया गया। अलकनंदा के तट पर गुरुवार को जब एक साथ 11 चिताएं जलीं तो हर किसी की आंख नम थी।गुरुवार दोपहर को चमोली बाजार के पास अलकनंदा नदी के किनारे सभी 11 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। जिन 11 लोगों का अंतिम संस्कार हुआ उनमें दस लोग हरमनी गांव और एक पाडुली गांव का है। चमोली में हुए करंट हादसे में तीन गांवों के 14 लोगों की मौत हुई है। इसमें सबसे अधिक हरमनी गांव से 10 लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में नौ लोग 22 से 38 साल के बीच के हैं।

सीएम धामी गुरुवार को चमोली पहुंचे। चमोली हादसे में हताहत लोगों के परिजनों से मिलकर सीएम काफी भावुक नजर आए। उन्होंने शोक संतप्त परिजनों को सांत्वना देते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। पुलिस मैदान गोपेश्वर में सीएम धामी ने चमोली हादसे में हताहत होमगार्ड के तीनों जवानों के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित करते हुए नम आंखों से श्रद्धांजलि दी। सीएम धामी का कहना हैं कि दुर्घटना के कारणों की गहन जांच की जायेगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी। सीएम धामी चमोली में हुए हादसे में मृतकों के परिजनों से एक -एक कर मिले। उन्होंने सभी को सांत्वना दी। दुःख की इस घड़ी में राज्य सरकार उनके साथ है, सरकार द्वारा इनकी हर संभव मदद की जाएगी।

वहीं चमोली में हुए हादसे के बाद गुरुवार को मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने सभी विभागों में विद्युत आपूर्ति की जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी अपर मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों व सचिवों को समस्त परियोजनाओं, आस्थानों व शासकीय कार्यालयों में विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था के मानकों का परीक्षण कराए जाने के लिए कहा है।

मुख्य सचिव ने सभी उच्चाधिकारियों को अपने प्रभाराधीन विभागों के विभागाध्यक्षों को इस बाबत निर्देशित किए जाने के निर्देश दिए हैं। उनका कहना हैं कि परीक्षण कराए जाने के साथ ही प्रभारी अधिकारी से सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए जाने का प्रमाण पत्र भी प्राप्त किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि सुरक्षा मानकों के परीक्षण की कार्रवाई विभाग के मानकों के अनुसार व प्रत्येक तीन माह में सुनिश्चित की जाए।