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राहुल गांधी के मुद्दे पर कांग्रेस की राजनीति पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई

हल्द्वानी। कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द करने को लेकर कांग्रेस द्वारा की जा रही राजनीति पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हेमंत द्विवेदी ने प्रेस बयान जारी कर कहा है कि राज्य कांग्रेस का इस मुद्दे पर ब्लॉक बूथ तक जाने की बात बेहद अफसोसजनक है। पिछड़े वर्ग के सार्वजनिक अपमान पर मिली सजा पर कांग्रेस राजनीतिक आंदोलन के माध्यम से वाहवाही बटोरना चाहती है। राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री के अपमान करने को लेकर माफी मांगने को तैयार नहीं है, जबकि चैकीदार चोर के मसले पर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के सामने माफी मांगी थी। यह बेहद खेदजनक है कि राहुल गांधी ने देश के सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष क्षमा मांगना मंजूर तो किया, लेकिन उनकी नजर में सामाजिक भागीदारी से कमजोर ओबीसी समाज से माफी मांगना उनकी शान के खिलाफ है। हेमंत द्विवेदी ने कहा कि राहुल गांधी को सजा हुए एक सप्ताह बीत गया है। न्यायालय में दोषी साबित होने के बावजूद वह अब तक उच्च न्यायालय की शरण में नहीं गए। वह खुद को पीड़ित दर्शा कर राहुल व उनके कांग्रेस समर्थक आंदोलन के माध्यम से राजनीतिक रोटी सेकने की कोशिश कर रहे हैं। उनका ऐसा करना दर्शाता है कि उनकी नजर में देश के करोड़ों पिछड़े वर्ग से जुड़े लोगों का कोई सम्मान नहीं है और अहंकार के साथ राजनीति करना उनकी प्राथमिकता है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता हेमंत द्विवेदी ने आगे कहा कि कांग्रेस सिर्फ घोषणाओं में अपने राजनीतिक आंदोलन चला रही है। एक ओर हाथ से हाथ जोड़ो का दावा करते हैं तो दूसरी तरफ जय भारत सत्याग्रह का, फिर मेरा घर, राहुल का घर और अब महीने भर आंदोलन का कार्यक्रम। हेमंत द्विवेदी ने विपक्ष द्वारा किये जा रहे इस विरोध पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि संगठनविहीन कांग्रेस का एक साथ कई राजनीतिक आंदोलन की घोषणाएं हास्यपद है, जो कि सिर्फ मीडिया में बयानबाजियों के माध्यम से चल रहे हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर समय रहते कांग्रेस थोड़ी भी  मेहनत राहुल को लेकर कोर्ट में कर लेती तो आज उन्हें राजनैतिक अभियान चलाने की घोषणा नही करनी पड़ती। कांग्रेस को पहले अपनी पार्टी बचाने और फिर पार्टी में लोकतंत्र बचाने की चिंता करनी चाहिए। रही देश मे लोकतंत्र की बात तो वह पीएम मोदी के नेतृत्व में बेहद मजबूत है। उन्होंने जी20 की पहली बैठक का रामनगर में सफल आयोजन कर पीएम नरेंद्र मोदी के विश्वास पर खरा उतरने के लिए सरकार एवं समस्त प्रदेशवासियों को बधाई दी। कहा कि स्वास्थ्य, वन एवं पर्यावरण के विषयों पर हुए मंथन से बनने वाली नीतियां वसधैव कुटुंभकम्मस के साथ स्वयं प्रदेश के लिए भी कल्याणकारी होंगी। साथ ही सम्मेलन में देश-विदेश के वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने मानव, पशु और वाइल्ड लाइफ की सर्विलासिंग और आपसी समन्वय को लेकर जो अनुभव साझा किये, वह उत्तराखंड जैसे वन और वन्यजीव बहुल प्रदेश के बेहद मददगार साबित होंगे। उन्होंने जी20 सम्मेलन पर विपक्षियों द्वारा फैलाये जा रहे भ्रम पर टिप्प्णी करते हुए कहा कि विपक्ष बैठक में विभिन्न देशों के मंत्रियों के प्रदेश में आने के बजाय औपचारिता के लिए कुछ अधिकारी भेजेने की बात कह रहा है। जो दुभार्ग्य पूर्ण है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग राजनीति, नेतागिरी और नकारात्मकता से आगे सोच ही नहीं सकते है। इस सम्मिट में स्वास्थ्य, पर्यावरण, वन्य जीव आदि तमाम विषयों से जुड़े विभिन्न देशों के नीति निर्धारक सलाहकार शामिल हुए हैं।

बीकेटीसी अध्यक्ष ने राज्यपाल से की मुलाकात, यात्रा तैयारियों की दी जानकारी

देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से शनिवार को बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने शिष्टाचार मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने राज्यपाल को अप्रैल माह में प्रारम्भ हो रही यात्रा की तैयारियों और सफल संचालन हेतु की गयी व्यवस्थाओं की जानकारी दी। उन्होंने श्री बद्रीनाथ एवं श्री केदारनाथ में पुनर्निर्माण के कार्यों की प्रगति के बारे में भी अवगत कराया। अध्यक्ष ने कपाट खुलने के अवसर पर राज्यपाल को आमंत्रित किया। राज्यपाल ने कहा कि इसी माह से शुरू हो रही प्रसिद्व चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं में अलग उत्साह रहता है। उन्होंने कहा हमें श्रद्धालुओं की मूलभूत सुविधाओं पर विशेष ध्यान देने के साथ ही हमारा प्रयास रहे कि प्रत्येक यात्री अपनी यात्रा से संतुष्ट होकर जाए। उन्होंने कहा कि यात्रा सीजन में स्थानीय लोगों और सभी हितधारकों की साझेदारी शामिल हो। राज्यपाल ने कहा कि गत वर्ष की यात्रा में रही चुनौतियों से सबक सीखते हुए इस वर्ष उन्हें दूर करने का प्रयास किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान स्थानीय उत्पादों को अधिक से अधिक बढ़ावा दिये जाने का प्रयास किया जाए। स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिये जाने के लिए माननीय प्रधानमंत्री जी ने भी आह्वान किया है कि यात्री अपने यात्रा का 5 प्रतिशत खर्च स्थानीय उत्पादों को खरीदने में करें। राज्यपाल ने कहा कि हमें यात्रा मार्गों पर सफाई का विशेष ध्यान रखना होगा जिससे श्रद्धालु यहां से अच्छी यादें लेकर जाए।

अपमान पर युवराज को सजा के बाद खुली कांग्रेस की आँखें

देहरादून। भाजपा ने कांग्रेस द्वारा एफआईआर दर्ज कराने के अभियान पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जब उसे कथित अपमान का अहसास हुआ तो वह शिकायत दर्ज क्यों नही कर रही है। ओबीसी समाज के अपमान से जो सजा उसके युवराज को मिली है उसके बाद उसके सभी अभियान हास्यास्पद है। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कटाक्ष किया कि संगठनविहीन कांग्रेस का एक साथ कई राजनैतिक आंदोलन  सिर्फ चर्चा में बने रहने की कोशिश भर है। कांग्रेस सिर्फ घोषणाबाजी से ही अपने राजनैतिक आंदोलन चला रही है  क्योंकि प्रदेश में काँग्रेस संगठन टीम का गठन तक नही है और दावा एक साथ कई आंदोलन चलाने के किये जा रहे हैं। एक ओर हाथ से हाथ जोड़ो का दावा करती है, दूसरी तरफ जय भारत सत्याग्रह का, फिर मेरा घर राहुल का घर और अब महीने भर आंदोलन का कार्यक्रम। जबकि सच्चाई यह है कि इनमें से कोई भी कार्यक्रम जमीन पर नजर नही आने वाला है। उन्होंने सलाह देते हुए कहा, कांग्रेस को पहले अपनी पार्टी बचाने और फिर पार्टी में लोकतंत्र बचाने की चिंता करनी चाहिए। रही देश के लोकतंत्र की तो वह पीएम मोदी के नेतृत्व में बेहद मजबूत है। श्री भट्ट ने कांग्रेसियों की अत्यधिक सक्रियता पर तंज कसते हुए कहा, समय रहते वह थोड़ी भी मेहनत राहुल को लेकर कोर्ट में कर लेती तो आज उन्हें राजनैतिक अभियान चलाने की घोषणा नही करनी पड़ती। अभी भी समय है क्योंकि ऐसे कई मामलों में उनके युवराज घिरे है, जिसमे एक नाम हरिद्वार का भी जुड़ गया है जहां आरएसएस को लेकर टिपणी पर उन्हें जबाब देना पड़ सकता है। उन्होंने कांग्रेस की चुनौती को स्वीकार करते हुए कहा कि भाजपा का प्रत्येक पदाधिकारी व कार्यकर्ता संविधान का पालन करने वाला है और कांग्रेस तथाकथित आपत्तिजनक बयानों पर मुक्कदमे दर्ज कराने के लिए स्वतंत्र है, लेकिन हैरानी की बात है कि उनके नेताओं को अपने अपमान का अहसास इतनी देर से हुआ वह भी जब राहुल गांधी को ओबीसी समाज के अपमान पर सजा मिली। उन्होंने व्यंग किया कि लगता वे कांग्रेस नेता भाव विहीन हो गए हैं जिसके चलते उन्हें राहुल गांधी के सिवाय अपने और समाज के प्रति किसी भी अपमान का अहसास नही होता हुआ। श्री भट्ट ने कांग्रेस द्वारा अडाणी मुद्दे पर उठाए सवालों का जबाब देते हुए कहा कि ’सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीशों एवं शीर्ष आर्थिक विशेषज्ञों की कमेटी इस पूरे प्रकरण में बना चुका है जो शीघ्र ही जांच कर रिपोर्ट सौंप देगा। इसलिए स्पष्ट है कांग्रेस इस मुद्दे पर पूरी तरह से राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि मुद्दविहीन और नीतिहीन कांग्रेस जिन मुद्दों को लेकर अपने प्रस्तावित आंदोलन चलाने का दावा कर रही है उन सभी पर न्यायालय और जनता की अदालत भाजपा सरकार के पक्ष में निर्णय दे चुकी है। चाहे वह जोशीमठ आपदा में रिकॉर्ड समय मे किये गए पुनर्वास व राहत के कार्य हों, चाहे अंकिता मर्डर में आरोपियों पर की कठोरतम कार्यवाही व निष्पक्ष जांच पर न्यायालय की मुहर, चाहे पेपर लीक मसले पर की गई ऐतिहासिक कार्यवाही व सबसे सख्त नकल कानून को लाना, और इसी तरह जिन तमाम प्रकरणों को कांग्रेस अपने आंदोलनों में उठाना चाहती है वो पहले ही धामी सरकार द्वारा निर्णायक रूप में हल किये गए है और उससे राज्य की जनता भी संतुष्ट है।

मुख्यमंत्री ने विभागाध्यक्षों को दिये 2025 तक के विकास लक्ष्यों को पूर्ण करने के निर्देश

देहरादून। 2025 तक उत्तराखण्ड को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए विभागों का जो लक्ष्य निर्धारित है, उस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए विभागों ने अब तक धरातल पर किये गये कार्यों तथा भविष्य की कार्ययोजना पर तेजी लाने के लिए विभागों की नियमित समीक्षा की जायेगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में सचिवालय में सशक्त उत्तराखण्ड/25 के अन्तर्गत विभागों की कार्यों की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि 2025 के लिए लक्ष्य के सापेक्ष जो भी कार्य किये जा रहे हैं, उनको पूर्ण करने के लिए समय सीमा का विशेष ध्यान रखा जाए। जिन क्षेत्रों में राज्य के राजस्व वृद्धि में शीघ्रता परिलक्षित है, उन क्षेत्रों को प्राथमिकता पर रखा जाए। सभी विभाग दीर्घकालिक एवं अल्पकालिक कार्ययोजना के साथ कार्यों को पूरे मनोयोग के साथ धरातल पर लाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 01 अप्रैल से नया वित्तीय वर्ष शुरू हो चुका है। सभी विभागों की जल्द ही 31 मार्च 2024 तक की कार्ययोजना, लक्ष्य एवं राजस्व वृद्धि के लिए विभागों द्वारा क्या प्रयास किये जा रहे हैं, इसकी समीक्षा की जायेगी। राज्य के पर्वतीय जनपदों की आय में वृद्धि के लिए इस क्षेत्र में लोगों की आजीविका सुधार के लिए विशेष प्रयासों की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राज्य में लोगों की आजीविका बढ़ाने एवं राजस्व वृद्धि के लिए तैयार की जा रही कार्य योजना के तहत जो कार्य होने हैं, उनमें सेक्टरवार तेजी लाई जाए। इसके लिए सभी विभाग समन्वय के साथ कार्य करें। 2025 तक राज्य के लिए हम क्या महत्वपूर्ण उपलब्धि हांसिल कर सकते हैं, सभी विभाग इस पर विशेष ध्यान दें। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन, कृषि, उद्यान, उद्योग के क्षेत्र में कार्य करने के लिए अनेक संभावनाएं हैं। इन क्षेत्रों में लघु समयावधि की कार्ययोजना के साथ ही 2030 तक और क्या बेहतर किया जा सकता है, इस दिशा में तेजी से कार्य किया जाए। इन क्षेत्रों से जहां राज्य में लोगों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, राज्य की जीडीपी में भी तेजी से वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि कुमांऊ क्षेत्र में कुछ ऐसे नये पर्यटक एवं धार्मिक स्थल विकसित किये जाएं कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु,  गढ़वाल के साथ कुमांऊ के नैसर्गिक सौन्दर्य का आनन्द भी ले सकें। पर्यटन की दृष्टि से विभिन्न सर्किटों के माध्यम से पूरे उत्तराखण्ड को जोड़ने के भी उन्होंने निर्देश दिये। एडवेंचर टूरिज्म के क्षेत्र में भी प्रदेश में अनेक संभावनाएं हैं, उत्तराखण्ड में साहसिक पर्यटन के नये स्थलों को विकसित करने की दिशा में भी तेजी से कार्य किये जाएं। जिन पर्यटक स्थलों पर साहसिक गतिविधियां हो रही हैं, उनको और विकसित करने की दिशा में भी ध्यान दिया जाए। मुख्यमंत्री ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिये कि राज्य के स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए और प्रयासों की जरूरत है। स्थानीय उत्पादों की ब्राडिंग और मार्केटिंग पर ध्यान दिया जाए। एप्पल और कीवी मिशन पर तेजी से कार्य किये जाएं। पर्वतीय क्षेत्रों में ऐरोमेटिक प्लांट की खेती को बढ़ावा दिया जाए। राज्य में उच्च शिक्षण संस्थानों में डिग्री कोर्स के अलावा कौशल विकास से सबंधित डिप्लोमा कोर्स संचालित किये जाने पर भी ध्यान दिया जाए। राज्य में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए नीतियों के सरलीकरण की दिशा में कार्य किये जाने पर भी बल दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक स्तर पर जिन क्षेत्रों में दक्ष मानव संसाधन की मांग बढ़ी हैं, ऐसे क्षेत्रों में राज्य के युवाओं के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्थाएं की जाए। बैठक में दिये गये विस्तृत प्रस्तुतीकरण में जानकारी दी गई कि राज्य में पर्यटन क्षेत्र में 2030 तक विभिन्न गतिवधियों पर आधारित कार्य किये जायेंगे। देवभूमि उत्तराखण्ड में प्रतिवर्ष 01 करोड़ पर्यटक एवं श्रद्धालुओं का आगमन हो, इसके लिए व्यापक कार्ययोजना पर कार्य हो रहा है। इससे राज्य में 05 लाख लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। इसके लिए राज्य में नये पर्यटक एवं धार्मिक स्थलों को विकसित करने के साथ ही अवस्थापना सुविधा के विकास पर विशेष ध्यान दिदया जायेगा। होम स्टे को तेजी से बढ़ावा दिया जायेगा। 2030 तक सेब की उत्पादकता बढ़ाने के लिए सरकार ने 1500 से 2000 करोड़ का अतिरिक्त निवेश करने का लक्ष्य रखा है, जिससे 2500 करोड़ की अतिरिक्त जीडीपी बढ़ने का अनुमान है। इससे लगभग 30 हजार किसानों की आय में 10 गुना तक वृद्धि का लक्ष्य रखा गया है। बैठक में मुख्य सचिव डॉ एस.एस. सन्धु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनन्द बर्द्धन, सचिव आर मीनाक्षी सुन्दरम, शैलेश बगौली, डॉ पंकज कुमार पाण्डेय, विजय कुमार यादव, एस.एन. पाण्डेय, महानिदेशक यूकॉस्ट प्रो. दुर्गेश पंत, मैकेन्जी से सीनियर पार्टनर अमित खेर, अभिषेक बावेल एवं अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे।

ठाकुर बोले, जन सरोकारों का नही, आवंटित आवास खाली कराने पर रोष है कांग्रेस का अभियान

देहरादून। भाजपा ने कांग्रेस के “मेरा घर राहुल का घर” मुहिम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि युवराज के अहं की तुष्टि के चलते घर की चिंता मे डूबे कांग्रेसी ओबीसी समुदाय के अपमान को भी भूल गए। पार्टी प्रदेश प्रवक्ता नवीन ठाकुर ने तंज किया कि जिस आवास को राहुल ने खाली करना है वह उन्हे व्यवस्था के तहत एक सांसद के तौर पर आवंटित है और अस्थायी है, लेकिन उन्हे घर मुहैया करने का दावा करने वाले कांग्रेस नेता भी जहाँ से अभियान शुरू कर रहे है वह भी आवंटित और जनता के हैं। नवीन ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस को अन्य पिछड़ा समाज के लोगों के अपमान की चिंता नही है जिस पर न्यायालय ने उनके युवराज को सजा दी है । अब इसी सजा से गयी सदस्यता के चलते संवैधानिक प्रक्रिया के तहत उन्हें आवास खाली करना है । कांग्रेसियों को उनके अस्थायी सरकारी आवास के जाने का दुख है लेकिन देश के ओबीसी समाज के करोड़ों लोगों को चोर बताकर किये गए स्थायी अपमान पर पश्चाताप के लिए उनके पास शब्द नही है । उन्होंने कांग्रेस के अभियान को भाजपा के पूर्व के जनसरोकार के अभियान से उपजे शब्दों की नकल बताते हुए कहा कि भाजपा के “मै भी चौकीदार” एवं महाराष्ट्र में शिवसेना-भाजपा के “आम्ही सारे सावरकर” की नकल में कांग्रेस ने मेरा घर राहुल का घर अभियान शुरू किया है । कांग्रेसियों के अभियान पर सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा व समर्थित पार्टियों के अभियान जन भावनाओं को प्रदर्शित करते हैं जबकि उनका अभियान संवैधानिक प्रक्रिया के तहत सरकारी आवास खाली करने को लेकर है । उस पर सबसे अधिक हास्यस्पद है कि जिन आवासों पर खड़े होकर उनके प्रदेश व अन्य नेता मेरा घर राहुल का घर के पोस्टर लगाकर मीडिया व सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं उनमें कई तो सरकारी आवास है जो उनके नही हैं और एक व्यवस्था के तहत उन्हें यह आवास उपलब्ध कराए गए हैं। ये किसी व्यक्ति विशेष के घर नही बल्कि आम जनता के घर हैं । उन्होंने कहा, कांग्रेस का इस तरह का कोई भी आंदोलन सफल नही होने वाला क्योंकि यह केवल व्यक्ति विशेष के अहंकार की तुष्टि के लिए किया जा रहा है । प्रदेश व देश की जनता कांग्रेस की इन पैंतरों से बखूबी परिचित है और उनके झांसे में नही आने वाली है। ठाकुर ने जय भारत सत्याग्रह पर कहा कि कांग्रेस के सभी अभियान दुराग्रहपूर्ण और राजनीति से प्रेरित रहे है और इसी कारण वह कब शुरू और कब समाप्त होते हैं इसका पता नही लग पाता है।  

भट्ट ने दी प्रधानमंत्री को विकास योजनाओं की जानकारी

देहरादून। भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार भेंट कर राज्य मे चल रही विकास योजनाओं की जानकारी दी। भट्ट ने आगामी विधायकों के प्रशिक्षण शिविर में वर्चुअल सहभागिता के लिए प्रधानमंत्री को आमंत्रण दिया जिसे प्रधानमंत्री ने सहर्ष स्वीकार किया। भाजपा अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान प्रदेश में हो रहे विकास कार्यों समेत विभिन्न विषयों पर जानकारी दी। भट्ट ने बताया की मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने विशेष तौर पर वाइब्रेंट विलेज परियोजना के तहत उत्तराखंड के सीमांत गांवों में हो रहे कार्यों एवं इन सीमांत क्षेत्रों में कौन कौन से केंद्रीय मंत्री इन क्षेत्रों में दौरों पर आए हैं उनके बारे में विस्तार से जानकारी ली । प्रधानमंत्री मोदी ने जोशीमठ आपदा पर जानकारी ली । उन्होंने प्रधानमंत्री को बताया कि इस योजना का लाभ आगामी चार धाम यात्रा में रिकॉर्ड यात्रियों की संख्या में मिलने जा रहा है जिसमे एक बड़ी संख्या सीमा दर्शन करने के इच्छुक पर्यटकों की होने वाली है । उन्होंने जानकारी दी कि चमोली में इस यात्रा का महत्त्वपूर्ण पड़ाव टिम्मरसैण महादेव मंदिर होने वाला है। श्री बद्रीनाथ केदारनाथ, श्री हेमकुंड साहिब रोपवे एवं मानसखंड परियोजना के तहत देवभूमि के देवालयों तक सुगम यात्रा हेतु मदद के लिए भी प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार एवं केंद्र के सहयोग से हो रहे विकास कार्यों की जानकारी के अतिरिक्त प्रदेश के राजनीतिक एवं सांगठनिक विषयों को लेकर भी विस्तार से जानकारी ली । प्रधानमंत्री ने चार धाम यात्रा की तैयारियों, बद्रीनाथ के मास्टर प्लान एवं केदारनाथ पुनर्निर्माण परियोजनाओं के कार्यों की प्रगति को लेकर विस्तार से जानकारी ली। अपने दिल्ली प्रवास के दौरान प्रदेश अध्यक्ष श्री भट्ट ने इस मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री मोदी को श्री केदारनाथ मंदिर की माला, श्री बद्रीनाथ मंदिर का छायाचित्र व अंगवस्त्र के साथ ही देवप्रयाग से लाया गंगाजल भेंट किया । 40 मिनट तक हुई इस मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने जोशीमठ आपदा और वहां होने वाले राहत एवं पुनर्वास के कामों की विस्तार से जानकारी ली । इस दौरान श्री भट्ट ने राहत पुनर्वास के कार्यों में केंद्र की मदद एवं राज्य द्वारा अपेक्षित पुनर्वास पैकेज पर सहमति देने के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद भी किया। उन्होंने बद्रीनाथ मास्टर प्लान पर जारी कामों एवं चार धाम यात्रा की तैयारियों के बारे में विस्तार से प्रधानमंत्री को जानकारी दी एवं यात्रा के लिए निमंत्रण भी दिया। उन्होंने श्री बद्रीनाथ केदारनाथ, श्री हेमकुंड साहिब रोपवे एवं मानसखंड परियोजना के तहत देवभूमि के देवालयों तक सुगम यात्रा हेतु मदद के लिए भी प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार एवं केंद्र के सहयोग से हो रहे विकास कार्यों की जानकारी के अतिरिक्त प्रदेश के राजनीतिक एवं सांगठनिक विषयों को लेकर भी विस्तार से जानकारी ली ।

अमित शाह ने किया 83 विद्यार्थियो को स्वर्ण पदक से सम्मानित

हरिद्वार। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुरूकुल कांगड़ी सम विश्वविद्यालय हरिद्वार के 113 वें दीक्षांत समारोह कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर 99 विद्यार्थियों को स्नातक, 100 विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर, 56 विद्यार्थियो को पी.एच.डी की उपाधि प्रदान की। 83 विद्यार्थियो को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया । केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सभी को नवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज विश्वविद्यालय से उपाधि प्राप्त कर शिक्षार्थी नये जीवन की शुरूवात करने जा रहे है। गुरूकुल कांगड़ी संस्थान की नींव स्वामी श्रद्धानन्द जी ने रखी, महर्षि दयानन्द के सिद्धान्तों पर यहां शिक्षा का अविरल प्रवाह चलता है। आज यह विश्वविद्यालय महान वटवृक्ष बनकर समग्र देश और दुनिया को महर्षि दयानन्द का संदेश और हमारी पौराणिक शिक्षा पद्धति को आगे बढ़ा रहा है। यहां की शिक्षा पद्धति का महत्व देखकर ही महात्मा गांधी, राजेन्द्र प्रसाद, सर्वपल्ली राधाकृष्णन, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, मोरारजी देसाई जैसे अनेक महानुभावों ने इस पूण्य भूमि की शिक्षा व्यवस्था को बल देने का कार्य किया। आज जो बैच शिक्षा पूर्ण कर जा रहा है, यह बैच आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष एवं स्वामी दयानन्द सरस्वती के 200वें जन्म वर्ष का बैच है। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आज 1800 विद्यार्थी शिक्षा की दीक्षा प्राप्त कर नये जीवन में प्रवेश करेंगे। यहां से शिक्षा ग्रहण करने के बाद राष्ट्र के लिए योगदान की शुरूवात करने वाले हैं। यह भूमि वह भूमि है जहां से वैदिक शिक्षा को बढ़ावा मिला। स्वामी दयानन्द जी का संदेश स्वामी श्रद्धानन्द जी ने हुबहू जमीन पर उतारने का कार्य किया। उन्होंने शिक्षा को अंग्रेजी की चंगुल से बाहर निकालने के लिए हमारी परम्परागत शिक्षा पद्धति को नई ऊर्जा देने के लिए वैदिक मूल्यों, प्राचीन भारतीय संस्कृति, वेदों और उपनिषदों का ज्ञान, ब्रहमाण्ड का विज्ञान एवं आधुनिक विषयों को जोड़कर शिक्षा को परिपूर्ण बनाने का कार्य किया। विश्वविद्यालय में शैक्षिक गुणवत्ता के साथ 800 से अधिक शोधपत्र रजिस्टर किये गये हैं, यह सराहनीय कदम है। वैदिक एवं आधुनिक शिक्षा के संगम का कार्य गुरूकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय ने किया है। उन्होंने सभी विद्यार्थियों से कहा कि महर्षि दयानन्द जी के संदेश को अपने मन से लगा कर रखें। उनके बताये गये रास्ते पर चलने का प्रयास करें। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश में नई शिक्षा नीति लाये हैं, इसमें दयानन्द जी की शिक्षा की दृष्टि है, श्रद्धानन्द जी का वेद और विज्ञान की शिक्षा के समन्वय का संदेश है, महात्मा गांधी का मातृभाषा में शिक्षा का संदेश, यह शिक्षा नीति चरितार्थ करती है, लाला लाजपराय जी का शिक्षा सभी के लिए का संदेश भी यह शिक्षा नीति जमीन पर उतार रही है। नई शिक्षा नीति में प्राथमिक शिक्षा मातृभाषा में होगी। त्रिभाषा का सूत्र भी दिया है और आने वाले दिनों में मातृभाषा से पढ़े हुए छात्र समग्र देश एवं विश्व का कल्याण करे, इस प्रकार का रास्ता प्रशस्त किया गया है। नई शिक्षा नीति को स्ट्रीमलेस और क्लासलेस बनाया गया है। मल्टिपल एन्ट्री, मल्टिपल एक्जिट शिक्षा नीति का विशेष अंग है। एक साल की पढ़ाई में सर्टिफिकेट, दो साल की पढ़ाई में डिप्लोमा, तीन साल की पढ़ाई में डिग्री मिलेगी और चार साल की पढ़ाई करेंगे तो रिसर्च मिल जायेगा। हर स्तर पर विद्यार्थी एंट्री भी कर सकता है और एक्जिट भी कर सकता है। यह व्यवस्था इसलिए की गई है कि प्रधानमंत्री जी चाहते हैं कि युवाओं को एक ऐसा प्लेटफार्म मिल जाए, जिस पर हमारे युवा खड़े होकर विश्व के युवाओं के साथ स्पर्धा कर सके और मां भारती का यशोगान पूरे विश्व के अन्दर हो। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि स्टार्ट अप इंडिया के माध्यम से देश में युवाओं को अनेक मौके सृजित किये गये हैं। 2016 में देश में 724 स्टार्ट अप थे। 2022 में यह संख्या बढ़कर 70 हजार से अधिक हो गई है। 10 हजार से अधिक स्टार्ट अप कोरोनाकाल में बने। 44 प्रतिशत स्टार्ट अप महिलाओं के द्वारा चलाये जा रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भारत और भारतीयता दोनों के गौरव को विश्वभर में बुलंद करने का कार्य किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गृहमंत्री अमित शाह का देवभूमि की समस्त देवतुल्य जनता की ओर से स्वागत करते हुए कहा कि यह हम सभी के लिए बड़े गर्व का विषय है कि हमारे बीच गृहमंत्री जी के रूप में देश के एक ऐसे नेता उपस्थित हैं, जिनके अथक प्रयासों से और प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में आज सम्पूर्ण भारत आंतरिक रूप से जहां एक ओर अपने आपको सुरक्षित अनुभव करता है, वहीं दूसरी ओर अपने आपको पहले से अधिक संगठित एवं आत्मविश्वास से भरा हुआ अनुभव करता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और गृहमंत्री श्री अमित शाह जी ने कश्मीर से धारा-370 खत्म करने में सफलता भी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने गुरूकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय को दीक्षांत समारोह की बधाई देते हुए कहा कि उत्तराखण्ड में ज्ञान की अविरल गंगा को प्रवाहित करने वाले इस संस्थान में उपस्थित होकर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ। महान शिक्षाविद् स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती जी ने जो यह अद्भुत धरोहर मां भारती को सौंपी थी, उसका हिस्सा बनना और आप सभी साथियों से जुड़ना, मेरे लिए प्रेरक भी है और आनंददायक भी है। स्वामी श्रद्धानन्द जी ऐसे संन्यासी थे, जिन्होंने स्वामी दयानन्द सरस्वती जी की शिक्षाओं का प्रचार-प्रसार किया। वह भारत के उन महान राष्ट्रभक्त सन्यासियों में अग्रणी थे, जिन्होंने अपना जीवन स्वाधीनता, स्वराज्य, शिक्षा तथा वैदिक धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए समर्पित किया था। इस अवसर पर कुरूकुल कांगड़ी सम विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. सत्यपाल सिंह, कुलपति प्रो. सोमदेव शंतांशु, कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, तीरथ सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत, सांसद श्रीमती माला राज्यलक्ष्मी शाह, राज्य सभा सांसद नरेश बंसल, डॉ. कल्पना सैनी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, विधायक  मदन कौशिक, आदेश चाहान, संतगण एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

महाराज बोले, प्रदेश सरकार की नई पर्यटन नीति निजी निवेशकों को आकर्षित करेगी

देहरादून। उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि प्रदेश सरकार की नई पर्यटन नीति निजी निवेशकों को आकर्षित करेगी। इससे प्रदेश में जहां पर्यटन क्षेत्र का विकास होगा वहीं बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। श्री महाराज ने नई दिल्ली में होटल अशोक में पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित दो दिवसीय चिंतन शिविर के समापन अवसर पर उक्त बातें कही। श्री महाराज ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य में आने वाले पर्यटकों की सहूलियत के लिए सरकार बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रही है। इसमें निजी निवेश की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया है। प्रदेश सरकार की नई पर्यटन नीति निजी निवेशकों को आकर्षित करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की नई पर्यटन नीति 2023 राज्य में पर्यटन क्षेत्र में निजी उद्योगों को प्रोत्साहन देगी। नई पर्यटन नीति 2023 में नये पर्यटन उत्पादों और सेवाओं जैसे हैली टूरिज्म, कारावान टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म, कैब ऑपरेटर (केवल इलैक्ट्रिक वेहिकल्स) के लिए 100 प्रतिशत पूंजिगत सब्सिडी का प्राविधान किया गया है। प्रदेश में व्यवसाय के वातावरण को सरल बनाने के प्रयासों के परिणाम स्वरूप राज्य की ईज़ ऑफ डुइंग बिजनेस रैंकिंग साल 2015 में 23वें रैंक से बढ़कर 2021 आते आते 11वीं हो गई। वर्ष 2022 में उत्तराखंड को एचीवर्स की श्रेणी में रखा गया है। पयर्टन मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड फिल्म शूटिंग के लिए पसंदीदा स्थल रहा है। राज्य में नैनीताल, मसूरी, गंगा, चारधाम, जिम कॉर्बेट, गढ़वाल और कुमाऊं का पर्वतीय भूभाग फिल्म निर्माताओं को आकर्षित करता रहा है। प्रदेश सरकार ने पर्यटन नीति के मुताबिक निर्माताओं को फिल्म साइट के लिए शीघ्र अनुमोदन दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। पयर्टन मंत्री ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री के दिशा-निर्देशों और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में बद्रीनाथ धाम को एक Smart Spritual Hill Town के रूप में विकसित किये जाने के उद्देश्य से राज्य सरकार चरणबद्ध रूप से कार्य करवा रही है। वहीं प्रदेश सरकार देश के अन्य क्षेत्रों के साथ कनेक्टिविटी बेहतर बनाने पर तेजी से काम कर रही है। दिल्ली से देहरादून के लिए एक एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है जिससे दोनों शहरों की दूरी दो-ढाई घंटे रह जाएगी। इसके अतिरिक्त प्रदेश में हवाई सेवाओं को भी विस्तार दिया जा रहा है। आगामी अप्रैल माह से प्रदेश में चारधाम यात्रा प्रारंभ होने वाली है। यात्रा के लिए पंजीकरण कराना अनिवार्य है। यात्रियों के लिए चार माध्यम से पंजीकरण की व्यवस्था की गई है। श्रद्धालु ऑनलाइन पोर्टेल, मोबाइल एप, ऑन कॉल और व्हाट्सएप के जरिए अपना पंजीकरण करवा सकते हैं। 21 फरवरी से प्रारंभ हुई पंजीकरण प्रक्रिया के तहत अब तक 7 लाख 73 हजार से अधिक पंजीकरण किए जा चुके है। उत्तराखंड में एस्ट्रो टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। चमोली के बेनीताल को देश के एस्ट्रो विलेज के रूप में मान्यता प्राप्त है। इसके अलावा एस्ट्रो टूरिस्ट बागेश्वर, भीमताल, कौसानी, मुनस्यारी और खलिया टॉप से स्टारगेजिंग का लुत्फ उठा सकते हैं। राज्य को एक प्रसिद्ध वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित करने के लिए, विश्व प्रसिद्ध त्रियुगीनारायण मंदिर का जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण कार्य जल्द ही प्रारम्भ किया जायेगा। इसके अलावा अल्मोड़ा में सरायखेत और नैनीताल में मारचुला को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है। अल्मोड़ा के प्रसिद्ध चितई गोलू देव मंदिर को भी विवाह गंतव्य स्थल के लिए विकसित किया जाएगा। राज्य के युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिये वीर चंद्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना शुरू की गई। इस योजना के तहत अब तक 7,200 (सात हजार दो सौ) से अधिक लोगों को रोजगार मिल चुका है। वहीं राज्य में दीनदयाल उपाध्याय होमस्टे योजना चलायी जा रही है ताकि विदेशी और घरेलू पर्यटकों के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में एक स्वच्छ, सस्ती और मानक आवासीय सुविधाएं मिल सकें। अब तक ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 4600 (छियालीस सौ) आवासीय इकाइयां पंजीकृत की जा चुकी हैं। प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 16,500 (सोलह हजार पांच सौ) लोगों को रोजगार के अवसर मिले हैं। चिंतन शिविर में उत्तराखण्ड राज्य सहित विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया।

भट्ट बोले, ओबीसी समुदाय का अपमान कर अब सफाई क्यों दे रही कांग्रेस ?

देहरादून। भाजपा ने कहा कि अगर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ओबीसी समुदाय का अपमान के मामले मे अहंकार का त्याग कर अदालत मे माफी मांग लेते तो आज कांग्रेसियों को देश भर मे सफाई देने के लिए नही भटकना पड़ रहा होता । भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस नेता भक्त चरण दास के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस ओबीसी समाज के अपमान के बाद डरी हुई है और अब राहुल के पक्ष मे तमाम तरह की दलीले दे रही है। कांग्रेसी अपने नेता को समय पर देश और ओबीसी समुदाय से माफी मांगने को कह सकती है। उन्होंने भाजपा मे अंदरूनी लोकतंत्र पर सवाल को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि एक परिवार की पार्टी और दिशा निर्देश को मानने वाले ही अब ज्ञान बाँट रहे हैं। भाजपा कार्यकर्ता आधारित पार्टी है और वहाँ पर नेता नही कार्यकर्ता बड़ा होता है। लेकिन जहाँ तक कांग्रेस का सवाल है वहाँ सभी नीति निर्धारण महज एक परिवार के द्वारा निर्धारित किया जाता है। भट्ट ने ने कहा कि कांग्रेस एक ओर सीबीआई और ईडी की निष्पक्षता पर लगातार सवाल उठा रही है और दूसरी और इन्ही एजेंसियों से कई मुद्दों पर जाँच की मांग कर रही है। कांग्रेस हर मांग और जाँच को अपनी सुविधा के अनुसार कर रही है जो कि संभव नही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आज अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मजाक उड़ाने के बाद पश्चाताप के बजाय सत्याग्रह का आडंबर कर रही है जिसे जनता माफ नही करेगी। कांग्रेस को न्यायालय पर भी भरोसा नही है, न ही संवैधानिक संस्थाओ पर और लगातार हाशिये पर खिसक रही है।  

जोशी बोले, जब भी कोई विकास या उसका लाभ लोगों को मिलने की बात होती है तो कांग्रेस करती है विरोध

देहरादून। भाजपा ने गृह मंत्री अमित शाह के दौरे को लेकर कांग्रेस नेताओं की बयानबाजियों को विरोध की राजनीति करार दिया है । पार्टी प्रदेश प्रवक्ता  सुरेश जोशी ने उम्मीद जताते हुए कहा, जिस योजना की शुरुआत करने वह कल आ रहे हैं वह प्रदेश की सभी सहकारी समितियों और उससे जुड़े काश्तकारों के लिए बेहद लाभकारी साबित होगी, साथ ही राज्यवासियों को नई सौगातें भी मिलेगी । श्री जोशी ने अपने बयान में निशाना साधते हुए कहा, जब भी कोई विकास या उसका लाभ लोगों को मिलने की बात होती है तो कांग्रेस उस हर बात का विरोध करती है । उन्होंने कहा, कल से प्रारम्भ होने वाले इस कार्यक्रम का लाभ उत्तराखंड के किसानों, काश्तकारों और सहकारी समितियों को मिलना तय है। जिस सिस्टम को जोड़ने की बात भारत सरकार कर रही है उससे हमारी समितियां और हमारे किसानों व काश्तकारों को लाभ मिलेगा, जिससे पूरे राज्य के अंदर कृषि व सहकरिकता क्षेत्र में क्रांति आना तय है । उन्होंने कहा, कांग्रेस हर बात का विरोध करके उसपर राजनीति करना चाहती जो अच्छी बात नहीं है । देश के यशस्वी गृहमंत्री राज्य में आ रहे है तो अवश्य ही हम सब प्रदेशवासियों को नई सौगातें मिलेगी । उनके आने का हम सब भारतीय जनता पार्टी के लोग स्वागत करते हैं और कांग्रेस से भी सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाने की अपेक्षा करते हैं । सभी जानते हैं कि धामी सरकार शानदार काम कर रही है वावजूद इसके कोई कमी सामने आती है तो उसपर तुरुन्त कार्यवाही की जाती है । भाजपा सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए पारदर्शिता से सख्त कानूनी कार्रवाई कर रही है ।