निशंक ने की नितिन गड़करी से शिष्टाचार भेंट
देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉक्टर रमेश पोखरियल निशंक ने योग नगरी ऋषिकेश में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी से शिष्टाचार भेंट की।
इस अवसर पर डॉक्टर निशंक ने श्री गड़करी से अपने लोकसभा क्षेत्र की योजनाओं पर विस्तृत वार्ता की । उन्होंने विशेषकर श्यामपुर फाटक ऋषिकेश में फ्लाईओवर का निर्माण का विषय उठाया जिससे क्षेत्र की जनता को ट्रैफिक जाम की समस्या से राहत मिलेगी। डॉक्टर निशंक ने डालूवाला-लालवाला- धनौरी मार्ग में रिठौरा ग्रान्ट के पास रतमऊ नदी पर पुल निर्माण किये जाने का भी आग्रह किया उन्होंने आईएसबीटी से ट्रांसपोर्ट नगर तक बने फ्लाईओवर का डाट मन्दिर तक विस्तारीकरण किये जाने की माँग को भी केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री जी के समक्ष रखा । भारत माला प्रोजेक्ट के तहत लिंक रोड पर मानक पुर आदमपुर इंटर चेंज हेतु निवेदन करते हुए डाक्टर निशंक ने कहा क़ि इससे लाखों लोग लाभान्वित होंगे । इसके अतिरिक्त उन्होंने मंगलौर ओवर ब्रिज से रूड़की रेलवे फाटक ओव ब्रिज, रामपुर चुंगी रूड़की से सालियर हाईवे ब्रिज तक मोटर मार्ग का चौड़ीरण कर डबल लेन मोटर मार्ग निर्माण, मनसादेवी ऋषिकेश में फ्लाईओवर निर्माण का आग्रह भी किया
डाक्टर निशंक ने गुमानीवाला, ऋषिकेश निकट श्यामपुर पुलिस चौकी में फ्लाईओवर निर्माण, हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं एवं समसामयिक विषयों पर चर्चा हुई। इस अवसर पर डाक्टर निशंक ने भूतल परिवहन मंत्री गड़करी को थानो स्थित लेखक गाँव आने का निमंत्रण दिया और उन्हें अपनी नवीनतम कृतियाँ भेंट की।
जन समस्याओं के समाधान में किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाय
देहरादून। जिलाधिकारी विकास कार्यों की माह में दो बार समीक्षा अवश्य करें। विधायकगणों के माध्यम से विकास कार्यों के लिए जो भी प्रस्ताव जिलाधिकारियों को प्राप्त होते हैं, उन्हें शासन में भेजने के बाद भी उस पर कार्य प्रगति की शासन से जिलाधिकारी अपडेट भी लेते रहें। जन समस्याओं के समाधान में किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाय। पत्रावलियों के निस्तारण में अनावश्यक विलम्ब न किया जाए और न ही अनावश्यक आपत्ति लगाई जाए। यह निर्देश मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोकसभा क्षेत्र अल्मोड़ा की विधानसभा क्षेत्रों के समीक्षा के दौरान अधिकारियों को दिये।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जन समस्याओं का तीव्रता से समाधान हो सके, जन प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के मध्य निरंतर संवाद स्थापित हो, इस उद्देश्य से विधानसभावार जनहित के कार्यों की समीक्षा की जा रही है। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि अधिकांश जन समस्याओं का समाधान जनपद स्तर पर किया जाए। आवश्यकता पड़ने पर ही समस्याओं को मण्डल एवं शासन स्तर पर भेजा जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के दृष्टिगत अलग-अलग क्षेत्रों की अलग-अलग समस्याएं हैं। अधिकारियों को क्षेत्र विशेष की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए कार्य करने होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मानसखण्ड कॉरिडोर के लिए तेजी से कार्य किये जाएं। उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ एवं चम्पावत जनपद को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने की अनेक संभावनाएं हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि नालियों की सफाई एवं झाड़ी कटान का कार्य नियमित हो, इसके लिए अभियान के तहत कार्य किये जाएं। मुख्यमंत्री घोषणाओं एवं स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए अलग से समीक्षा की जायेगी। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के कार्यों में और तेजी लाई जाए। जटिल प्रक्रियाओं के सरलीकरण की दिशा में लगातार प्रयास किये जाएं। प्रक्रियाओं के सरलीकरण के लिए विभागों द्वारा क्या कार्य किये गये हैं, इसकी भी जल्द समीक्षा की जायेगी।
बैठक में विधायकगणों द्वारा सड़कों के निर्माण एवं सुधारीकरण, पुल निर्माण के कार्य, विशेषज्ञ चिकित्सकों की आवश्यकता, बाढ़ नियंत्रण से संबधित कार्य एवं क्षेत्र की अन्य समस्याओं से अवगत कराया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायकगणों द्वारा जो भी समस्याएं रखी गई हैं, अधिकारी इन समस्याओं का त्वरित निवारण का प्रयास करें।
बैठक में कैबिनेट मंत्री श्रीमती रेखा आर्या, चन्दन रामदास, सांसद अजय टम्टा, विधायक डीडीहाट विशन सिंह चुफाल, गंगोलीहाट फकीर राम, कपकोट सुरेश गढ़िया, रानीखेत प्रमोद नेनवाल, सल्ट महेश जीना, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु, सचिव आर. मीनाक्षी सुन्दरम, नितेश झा, रणजीत सिन्हा, एच. सी, सेमवाल, अपर सचिव रणवीर सिंह चौहान, विनीत कुमार, श्री उदयराज, योगेन्द्र यादव, नवनीत पाण्डेय, जगदीश चन्द्र काण्डपाल, वर्चुअल माध्यम से कुमांऊ कमिश्नर दीपक रावत, संबंधित जिलाधिकारी एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
चौहान बोले, कांग्रेस विधानसभा गैरसैंण विरोधी
देहरादून । भाजपा ने कांग्रेस के 13 मार्च को गैरसैंण में प्रस्तावित विधानसभा घेराव को औचित्यहीन ठहराते हुए जनभावना व गैरसैंण विरोधी बताया है । पार्टी प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री मनवीर चौहान ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि अंकिता मर्डर, भर्ती प्रक्रिया एवं अडाणी प्रकरण के नाम पर वे राजनैतिक घेराव करना चाहते हैं, जबकि इन तमाम विषयों पर किये गए धामी सरकार के प्रयासों पर न्यायालय और जनता दोनो पहले ही अपनी मुहर लगा चुके हैं ।
श्री चौहान ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि दिशाहीन और मुद्दाविहीन कांग्रेस का विधानसभा घेराव, हारी हुई लड़ाई लड़ने जैसा है । क्योंकि अंकिता प्रकरण और भर्ती प्रक्रिया में अब तक की जांच पर हाईकोर्ट ने भी संतुष्टि जताते हुए सीबीआई जांच से इनकार कर दिया है । उसपर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के बाद अधिक विश्वसनीयता के लिए हाईकोर्ट के जज की निगरानी में नियुक्ति प्रकरणों में एसआईटी जांच हो रही है, साथ ही नकल की संभावनाओं पर पूर्ण विराम लगाने के लिए देश का सबसे सख्त कानून लाया गया है । यहां सबसे महत्वपूर्ण है कि प्रदेश की जनता सरकार इन तमाम कदमों का संतुष्ट होकर स्वागत कर रही है । जहां तक बात रही अडाणी मुद्दे की तो, पहली बात सभी जानते हैं बाजार के उतारचढ़ाव का सरकारों से कोई संबंध नही होता है, वहीं दूसरी और महत्वपूर्ण बात है सुप्रीम कोर्ट का न्यायधीशों, टॉप बैंकर, सेबी एक्सपर्टों की कमेटी बनाकर दो महीने में इस पूरे प्रकरण की जांचकर रिपोर्ट सौंपने को कहा है ।
श्री चौहान ने कटाक्ष किया, जब कांग्रेस द्वारा उठाये जा रहे इन आरोपों की हवा निकल गयी है तो सवाल उठता है कि वे बजट सत्र के पहले दिन किस मकसद से हंगामा करना चाहते हैं । उन्होंने आरोप लगाते हुए पूछा, क्या कांग्रेस का मकसद बजट सत्र के दौरान सड़कों पर व्यवधान कर गैरसैंण में सत्र आयोजन का विरोध है । क्योंकि अब सदन में विषय उठाने का मौका है तो वे सड़कों पर उतर रहे हैं और जब जनता के मुद्दों पर उनके मध्य रहना था तो वे बिना उत्तराखंड वाली भारत जोड़ो यात्रा में सेल्फी खिंचवाने में मशगूल थे । लिहाज़ा कांग्रेस की कोशिशें बेकार हैं क्योंकि जनता पहले ही उनकी ऐसी राजनीति को सिरे से नकार चुकी है ।
रेखा बोली, खेल व खिलाड़ियों को आगे बढाने के लिए सरकार कर रही लगातार प्रयास
हल्द्वानी। नैनीताल जनपद की प्रभारी मंत्री व वर्तमान में उत्तराखण्ड़ सरकार में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या हल्द्वानी स्थित स्पोर्ट्स स्टेडियम पहुंची जहां उन्होंने रक्षा राज्य मंत्री व नैनीताल सांसद अजय भट्ट के साथ फुटबॉल मैदान का विधिवत भूमि पूजन कर शिलान्यास किया। स्पोर्ट्स स्टेडियम में बन रहे इस फुटबॉल मैदान की कुल लागत करीब 477.39 लाख रुपये है जो कि एक वर्ष के अंतराल में पूर्ण हो जाएगा।
इस अवसर पर रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने अपने संबोधन में समस्त क्षेत्र वासियो को बधाई दी । उन्होंने कहा कि हमारी सरकार “जो कहा वह पूरा किया” वाक्य पर आगे बढ़ रही है। इस मैदान के बनने से हमारे खिलाड़ियो को अपनी प्रतिभा को और अधिक सुदृढ़ करने में मदद मिलेगी। उन्होंने खेल मंत्री रेखा आर्या की तारीफ करते हुए कहा कि जिस तरह से हमारी छोटी बहन अपने विभागीय कार्यो को बेहतरीन तरीके से कर रही है वह काबिले तारीफ है ।
वहीं इस दौरान जिले की प्रभारी मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि आज हमारा प्रदेश माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व व मार्गदर्शन में निरंतर आगे बढ़ रहा है।उन्होंने कहा कि हल्द्वानी वासियो की लगातार मांग थी कि यहाँ पर स्थित स्पोर्ट्स स्टेडियम में एक फुटबॉल मैदान होना चाहिए जिसे हमने गंभीरता से लिया और आज इसका विधिवत भूमि पूजन कर शिलान्यास कर दिया गया है ।यह मैदान एक साल के भीतर पूर्ण हो जाएगा जिसमे कि आने वाले समय मे फुटबॉल के कई मैच आयोजित होंगे साथ ही हमारे प्रतिभावान खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा को निखारने का एक सुनहरा अवसर मिलेगा।खेल मंत्री ने कहा कि हम अपने पारंपरिक व पौराणिक खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। इसी का परिणाम है कि मुख्यमंत्री धामी जी ने इस वर्ष आयोजित हो रहे राज्य स्तरीय खेलो में मलखंब को भी शामिल किया है। अपने संबोधन में प्रभारी मंत्री रेखा आर्या ने खेल विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि सरकार ने 8 से 14 वर्ष तक के बालक व बालिकाओ हेतु मुख्यमंत्री उदीयमान उन्नयन योजना शुरू की है जिसके तहत हर जिले से 150 बालक व बालिका को हर माह 1500 रुपये की छात्रवर्ती दी जा रही है।इसके साथ ही हम खिलाड़ियो के लिए राज्य मे चार प्रतिशत का क्षेतिज आरक्षण लागू करने जा रहे हैं जिसका लाभ उन्हें सरकारी सेवाओं में प्राप्त होगा।कहा कि सरकार व खेल विभाग ने स्पोर्ट्स डेवलपमेंट फण्ड के साथ ही राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जितने वाले खिलाड़ियो की प्रोत्साहन राशि मे बढ़ोतरी की है। साथ ही इस अवसर पर खेल मंत्री व रक्षा राज्य मंत्री ने खेलो में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले खिलाड़ियो को सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट जी,मेयर जोगेंद्र पाल रौतेला जी सहित विभागीय अधिकारी व स्थानीय जनता उपस्थित रही।
राज्यपाल बोले, योग महोत्सव की गूंज पूरे विश्व तक जानी चाहिए
टिहरी। ऋषिकेश मुनि की रेती स्थित गंगा रिजॉर्ट में आयोजित सात दिवसीय ‘अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव 2023’ के अवसर पर आज चौथे दिन शनिवार को सुबह महामहिम राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) द्वारा बतौर मुख्य अतिथि प्रथम सत्र में प्रतिभाग किया गया। इस दौरान उनके द्वारा प्रथम सत्र में आयोजित योग कक्षाओं का निरीक्षण कर योग प्रशिक्षकों से विभिन्न आसनों की जानकारी प्राप्त की गई।
महामहिम राज्यपाल ने अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव 2023 के आयोजन हेतु मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज समेत पर्यटन विभाग को इस आयोजन की बधाई देते हुए कहा कि इस योग महोत्सव की गूंज पूरे विश्व तक जानी चाहिए। कहा कि ऋषिकेश इस दुनिया में योग, ध्यान, साधना के क्षेत्र में विशिष्ट स्थान रखता है। उन्होंने कहा कि योग मन, मस्तिष्क और आत्मा को जोड़ता है। आज पूरी दुनिया में योग एक विशिष्ट स्थान रखता है। कोरोना महामारी के दौरान जब पूरी दुनिया इस रोग से ग्रसित थी, तब योग एवं प्रणायाम ने ना सिर्फ़ मानव प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम किया, बल्कि लोगों को आत्मबल भी दिया। योग से मनुष्य को ना सिर्फ़ शारीरिक रूप से मजबूती मिलती है, बल्कि इससे मानसिक शांति भी मिलती है।
महामहिम राज्यपाल ने कहा कि भारत में योग, साधना, संस्कृति का आपस में बेजोड़ संबंध है। संस्कृत शब्द का अर्थ सांसो के कृत है, यानी कि प्रणायाम के दौरान जब संस्कृत के शब्दों का प्रयोग करते हैं तो हमारे मन मस्तिष्क और आत्मा को शांति मिलती है। राज्यपाल ने पर्यटन विभाग को योग महोत्सव का सोशल मीडिया के जरिए व्यापक प्रचार प्रसार करने करने के भी निर्देश दिए। कहा कि आज भारत हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है, जहां एक ओर भारत जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है, वहीं भारत के अनुरोध पर यह वर्ष अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। भारत योग की शक्ति का प्रमाण पूरा विश्व देख चुका है, इसीलिए भारत के अनुरोध पर हर वर्ष 21 जून को विश्व योगा दिवस मनाया जाता है।
सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे द्वारा आयोजन संबंधी विस्तृत जानकारी दी गई। इस दौरान योग विशेषज्ञ दिलराज प्रीत कौर एवं डॉ. प्रिया अहूजा ने विभिन्न योगासनों की प्रस्तुति दी। इस दौरान पद्मश्री डॉ. रजनीकांत, उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुनील जोशी समेत बड़ी संख्या में योग साधक मौजूद रहे।
राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने किया वसन्तोत्सव-2023 का शुभारम्भ
देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह(से नि) एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को राजभवन के प्रागंण में वसन्तोत्सव-2023 का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर कृषि मंत्री गणेश जोशी, प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती गीता धामी भी मौजूद रहे।
राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने पुष्पों की लड़ी काटकर एवं शांति के प्रतीक रंगीन गुब्बारों को हवा में छोड़कर वसंतोत्सव का विधिवत उद्घाटन किया। राज्यपाल ने राजभवन परिसर स्थित नक्षत्र वाटिका पर बनी लघु फिल्म का विमोचन किया। इस अवसर पर डाक विभाग द्वारा इस वर्ष के लिये चयनित तिमरू के विशेष डाक आवरण का विमोचन किया गया साथ ही डाक टिकट प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर उद्यान विभाग द्वारा किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए टोल फ्री किसान हेल्प लाइन नम्बर 18003135685 लांच किया गया। कार्यक्रम में उद्यान विभाग की पुस्तक ‘शुष्क पुष्प व्यावसायिक’ हस्त पुस्तिका का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने अपना फैमली फॉर्मर सदस्यता का लोकार्पण भी किया।
आज प्रथम दिवस के कार्यक्रमों में आईएमए के बैंड ने अपनी मधुर धुनों से सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया। वहीं गोरखा राइफल्स के जवानों द्वारा किए गए खुखरी नृत्य का लोगों ने खूब लुत्फ उठाया। देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार के छात्रों ने योगा के बेहतरीन करतब दिखाये। इस दौरान आईटीबीपी के जवानों ने कराटे का अदभुत प्रदर्शन कर दर्शकों को रोमांचित किया।
राज्यपाल, मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री ने वसंतोत्सव की प्रदर्शनी में लगाये गये विभिन्न स्टॉलों का भ्रमण किया। उन्होंने पेन्टिंग प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले बच्चों से मुलाकात की। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि इस वर्ष तीन दिवसीय वसंतोत्सव को लेकर लोगों में अलग उत्साह देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष प्रतियोगिता में 200 व्यावसायिक प्रतिष्ठानों/स्वयं सहायता समूहों द्वारा प्रतिभाग किया जिनकी संख्या इस वर्ष बढ़कर 535 हो गयी है। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव के जरिए उत्तराखण्ड कृषि एवं उद्यानीकरण के उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा।
राज्यपाल ने कहा कि यहां के पुष्पों में अलग ही सौंदर्य और दिव्यता है जो उत्तराखण्ड को आने वाले समय में पुष्प प्रदेश बनाने की ओर ले जायेगा। उन्होंने कहा कि पुष्पों से आने वाला समय खुशहाली और समृद्धि का होने वाला है। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री की सराहना की और कहा कि प्रदेश के लिए उन्होंने जो योजनाएं बनायी हैं और उसमें प्रत्येक की भागीदारी सुनिश्चित की है जिससे इस क्षेत्र में एक नई क्रांति आना तय है। उन्होंने इस पुष्प प्रदर्शनी में अधिक से अधिक लोगों से प्रतिभाग की अपील की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वसंतोत्सव की सभी को बधाई दी और कहा कि वसंतोत्सव लोगों को प्रकृति से जुड़ने का भी संदेश देता है और लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिये प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के उत्सव से कृषि, उद्यान सहित विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा कार्य करने वाले लोगों को अपने उत्पाद दिखाने का अवसर प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि वसन्तोत्सव के माध्यम से किसानों को भी प्रोत्साहन के साथ-साथ स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा।
वसंतोत्सव के आयोजन में कट फ्लावर(पारम्परिक) प्रतियोगिता में 698 प्रतिभागी, कट फ्लावर (गैर पारम्परिक) श्रेणी में 191 प्रतिभागी, पॉटेड प्लान्ट श्रेणी(प्राइवेट नर्सरी) में 22, लूज फ्लावर श्रेणी में 42, पॉटेड प्लान्ट(गैर पुष्प) श्रेणी में 17, कैक्टस एवं सेकुलेंट श्रेणी में 13, हैंगिंग पॉट श्रेणी में 27, ऑन स्पॉट फोटोग्राफी में 22, लॉन श्रेणी में 17, फ्रेश पेटल रंगोली में 08 और पेंटिंग प्रतियोगिता में 946 प्रतिभागियों द्वारा हिस्सा लिया गया है। इस वर्ष प्रारंभ की गई नवीन प्रतियोगिताओं यथा छतों पर सब्जी उत्पादन की श्रेणी में 12, बोनसाई की श्रेणी में 23, टेरेरियम की क्षेणी में 7 एवं शहद की श्रेणी में 33 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। आज के आयोजन में कुल 16 श्रेणियों की 62 उपश्रेणियों में कुल 2076 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। इन प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार निर्णायक मण्डल के निर्णय के उपरान्त दिनांक 05 मार्च, 2023 को प्रदान किये जायेगे।
राजभवन परिसर में राजकीय व निजी संस्थानों/व्यक्तियों द्वारा कुल 413 स्टॉल लगाये गये जिसमें विभिन्न राजकीय संस्थानों द्वारा 18 स्टॉल पर अपनी गतिविधियों का प्रदर्शन किया गया एवं 395 व्यावसायिक प्रतिष्ठानों/स्वयं सहायता समूहों द्वारा अपने स्टॉल भी लगाए गए। जिसमें औद्यानिक यन्त्र, बायोफर्टिलाइजर, जैविक कीटव्याधि नियंत्रक उत्पादन करने वाली विभिन्न फर्मों एवं औद्यानिक गतिविधियों से जुड़े गैर सरकारी संस्थाओं/स्वयं सहायता समूहों/स्थानीय उत्पादक संगठनों द्वारा अपने कार्यक्रमों/उत्पादों का प्रदर्शन किया गया। रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा निशक्त जनों के सहायतार्थ व्हील चेयर की सुविधा उपलब्ध करायी गई।
पुष्प उत्पादकों व पुष्प क्रेताओं के मध्य सीधे सामन्जस्य स्थापित करने हेतु उत्तराखण्ड औद्यानिक बोर्ड द्वारा क्रेता-विक्रेता सभा का आयोजन भी इस दौरान किया गया। आज के कार्यक्रम में प्रदेश के समस्त जनपदों से किसानों द्वारा प्रतिभाग किया गया एवं समस्त जनपदों से विभागीय अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ ही आमजन द्वारा भी बढ़-चढ़ कर भागेदारी की गयी। वसंतोत्सव में आमजन के खान-पान की सुविधा के लिए विभाग द्वारा गतवर्षों की भांति आई0एच0एम0 एवं जी0आई0एच0एम0 एवं अन्य संस्थाओं के द्वारा फूड कोर्ट में विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट, पौष्टिक, गुणवत्तायुक्त व्यंजनों के पैक्ड फूड की व्यवस्था की गयी, जिसमें हाईजीन एवं सैनिटाइजेशन का विशेष ध्यान रखा गया।
इस अवसर पर सचिव राज्यपाल रविनाथ रामन, सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण डा. बीवीआरसी पुरूषोत्तम, संयुक्त सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण सुश्री महिमा, निदेशक उद्यान डा0 एच0एस0 बवेजा, निदेशक सगंध पादप केन्द्र डॉ. निपेन्द्र चौहान, निदेशक रेशम ए.के.चौहान, अपर निदेशक डॉ.जे.सी.केम, संयुक्त निदेशक डॉ. रतन कुमार, डॉ.सुरेश राम, डॉ.बृजेश गुप्ता सहित उद्यान विभाग के अधिकारी व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री ने की गढ़वाल लोकसभा विधानसभाओं की समीक्षा
देहरादून। प्रदेश के समग्र विकास के लिए राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाए। विधायकगणों द्वारा अपने क्षेत्रों की जिन जन समस्याओं को रखा जा रहा है, अधिकारी उनको गंभीरता से लेते हुए जल्द समाधान करें। विभाग कार्यों को एक दूसरे पर थोपे जाने के बजाय उनके निस्तारण पर ध्यान दें। विभागीय अधिकारी आपसी समन्वय के साथ समस्याओं का समाधान निकालें। दीर्घकालिक एवं अल्पकालिक योजनाओं के अलग-अलग रोस्टर बनाये जाएं। जिन जन समस्याओं का समाधान जल्दी हो सकता है, उन्हें शीघ्रता से पूर्ण किया जाए। शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में विधानसभा क्षेत्र थराली, कर्णप्रयाग, केदारनाथ, रूद्रप्रयाग, देवप्रयाग, यमकेश्वर, श्रीनगर, चौबट्टाखाल, नरेन्द्रनगर, पौड़ी, लैंसडाउन एवं रामनगर में संचालित विकासपरक कार्यों की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को उक्त निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं को पूर्ण करने में लेटलतीफी होने पर अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए। सभी कार्य निर्धारित समयावधि में पूर्ण किये जाएं। कार्यों के प्रति किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी 05 साल या उससे अधिक समय से एक ही स्थान पर जमे हैं, उनकी लिस्ट बनाई जाए। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि गणों द्वारा विधानसभा क्षेत्रों में विभिन्न घोषणाओं के लिए जो भी प्रस्ताव आते हैं, उनका पहले भली भांति परीक्षण कर लिया जाए। यह भी स्पष्ट किया जाए कि यह घोषणा कितनी समयावधि में पूर्ण हो जायेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में एक नई कार्य संस्कृति लागू करनी है। जन समस्याओं के शीघ्र समाधान के लिए अधिकारी संवादहीनता को दूर कर आपसी समन्वय बढ़ाकर कार्य करें।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि विधायकगणों द्वारा अपनी विधानसभा क्षेत्रों की जिन जन समस्याओं को बैठक में रखा गया है, सभी विभागीय सचिव उनको प्राथमिकता में लेते हुए यथाशीघ्र समाधान करें। जल जीवन मिशन के कार्यों में और तेजी लाई जाए। निर्धारित प्रक्रिया के तहत टोंगिया ग्रामों को राजस्व ग्राम में परिवर्तित करने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राजस्व विभाग एवं समाज कल्याण विभाग की मीटिंग की जाए। राज्य के पर्वतीय जनपदों में पर्यटन को बढ़ावा देने, स्वास्थ्य सुविधाओं एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं के लिए जो घोषणाएं की गई हैं, उनको निर्धारित समयावधि में पूर्ण किया जाए।
बैठक में विधायकगणों द्वारा सड़कों के निर्माण एवं सुधारीकरण, नहरों के मरमत्तीकरण, बाढ़ नियंत्रण से संबिधत कार्य, सीवरेज एवं ड्रेनेज सिस्टम को मजबूत करने, पर्यटक स्थलों के विकास एवं एवं विधानसभा क्षेत्रों की अन्य समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायकगणों द्वारा जो भी जन समस्याएं रखी गई हैं, उनका हर संभव समाधान किया जायेगा।
बैठक में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, सुबोध उनियाल, डॉ. धन सिंह रावत, विधायक दीवान सिंह बिष्ट, अनिल नौटियाल, भूपाल राम टम्टा, श्रीमती शैलारानी रावत, भरत सिंह चौधरी, श्रीमती रेनू बिष्ट, राजकुमार पोरी, दलीप सिंह रावत, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आर.के सुधांशु, सचिव शैलेश बगोली, नितेश झा, डॉ. बी.वी.आर.सी पुरुषोत्तम एच.सी. सेमवाल, एस. एन पाण्डेय, अपर सचिव श्रीमती रंजना राजगुरू, डॉ. अहमद इकबाल, योगेन्द्र यादव, ललित मोहन रयाल, बंशीधर तिवारी, नवनीत पाण्डे, जगदीश चन्द्र काण्डपाल एवं विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।
गैरसैंण में डीएम ने किया बजट सत्र की तैयारियों का निरीक्षण
चमोली। विधानसभा बजट सत्र की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने वृहस्पतिवार को भराडीसैंण में सभी नोडल एवं वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेते हुए मौजूदा व्यवस्थाओं जायजा लिया। उन्होंने सत्र की व्यवस्थाओं के लिए नामित सभी नोडल एवं प्रभारी अधिकारियों को समय से सभी व्यवस्थाओं को चाक चौबन्द करने के निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने विधानसभा परिसर, वीवीआईपी, वीआईपी एवं अधिकारियों के आवास, हैलीपैड एवं बैरिकेडिंग स्थलों का निरीक्षण भी किया। भराडीसैंण में आगामी 13 से 18 मार्च तक विधानसभा का बजट सत्र होना है।
जिलाधिकारी ने सभी नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया कि बजट सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था, आवास, भोजन, पेयजल, विद्युत, वाहन, साफ सफाई आदि समुचित व्यवस्थाएं समय से सुनिश्चित की जाए। सत्र के दौरान साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल किसी भी दशा में ना किया जाए। उन्होंने कहा कि बजट सत्र की व्यवस्थाओं में किसी प्रकार से चूक नही होनी चाहिए।
बजट सत्र में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सभी संवेदनशील स्थलों पर बैरिकेडिंग, वाच टावर, बैरियर लगाने के निर्देश दिए। साथ ही सुरक्षा बलों के लिए आवास, भोजन आदि समुचित व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित करने को कहा। जल निगम को विधानसभा के सभी आवासों में पेयजल आपूर्ति सुचारू रखने के निर्देश दिए। जल संस्थान को सभी महत्वपूर्ण स्थलों पर पेयजल टैंकर की समुचित व्यवस्था सहित हैलीपेड एवं सडक पर पानी का छिडकाव करने को कहा। सत्र के दौरान विद्युत आपूर्ति को सुचारू रखने के लिए विद्युत विभाग को वैकल्पिक व्यवस्थाओं का भी पुख्ता इंतेजाम रखने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने दूर संचार विभाग को विधानसभा भवन, सचिवालय, वीआईपी आवास, मीडिया सेल आदि प्रमुख स्थलों पर वाई-फाई एवं नेटवर्क की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। गौचर, भराडीसैंण, सलियाना बैंड स्थित हैलीपैंडों में फायरब्रिगेड, एम्बुलेंस, सेफहाउस, बैरिकेडिंग आदि व्यवस्थाएं की जाए। गौचर, कर्णप्रयाग, सिमली एवं गैरसैंण स्थित सभी पेट्रोल पम्पों पर पर्याप्त मात्रा में पेट्रोल, डीजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ-साथ डीजल व पेटोल रिजर्व में रखने के निर्देश जिला पूर्ति अधिकारी को दिए। सत्र के लिए वाहनों की समुचित व्यवस्था हेतु परिवहन अधिकारी को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल, एसडीएम कमलेश मेहता, तहसीलदार सुरेन्द्र देव आदि सहित भोजन, आवास, पेयजल, विद्युत, सफाई, वाहन आदि व्यवस्थाओं से जुड़े नोडल, प्रभारी एवं सहायक अधिकारी मौजूद थे।
चमोली में मिलावटी खाद्य सामग्री की धरपकड
चमोली। त्यौहारी सीजन में मिलावटी खाद्य सामग्री की धरपकड के लिए खाद्य संरक्षा विभाग चमोली द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है ताकि उपभोक्ताओं तक सुरक्षित खाद्य सामग्री पहुॅचे। वरिष्ठ खाद्य संरक्षा अधिकारी असलम खाॅ ने बताया कि होली त्योहार के दृष्टिगत खाद्य संरक्षा आयुक्त एवं जिलाधिकारी चमोली के निर्देशों पर बाहरी जनपदों से आने वाले खाद्य पदार्थो की एक सप्ताह से नियमित निरीक्षण किया जा रहा है। जिले में अभी तक 14 खाद्य नमूने लिए जा चुके है। जिसमें दूध, दही, पनीर, खोया, मिठाई, कोल्डड्रिंक व जूस के नमूने शामिल है। इन सभी सैंपल को जांच के लिए खाद्य विशलेषणशाला रूद्रपुर भेजा गया है। उन्होंने बताया कि 01 मार्च को खाद्य सरंक्षा एवं पुलिस विभाग के संयुक्त चैकिंग अभियान में आईटीबीपी चैक पोस्ट गौचर में पांच दर्जन से अधिक व्यावसायिक एवं व्यक्तिगत खाद्य सामग्री वाले वाहनों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान 11 खाद्य पदार्थो के नमूने लिए गए।
जिला खाद्य संरक्षा अधिकारी अमितान जोशी ने बताया कि विभाग द्वारा 01 अप्रैल 2022 से अबतक 114 खाद्य नमूने भरे जा चुके है। जिसमें 56 खाथ नमूनों की रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है और 06 खाद्य नमूनें मानक पर खरे नहीं उतरने पर सम्बंन्धित खाद्य कारोबारियों की विरूद्ध विधिक कार्रवाई की गई है। विभाग द्वारा अपर जिलाधिकारी, चमोली न्यायालय में 01 अप्रैल 2022 से अब तक 14 वाद दायर किए गए है, जिनमें से 03 का निस्तारण हो चुका है। और रू० 27 हजार 5 सौ का जुर्माना लगाया गया है। वर्तमान में एडीएम कोर्ट में 31 बाद विचाराधीन है।
सीएम बोले, पुरुष की परिकल्पना नारी के बिना अधूरी
देहरादून। हम उस संस्कृति के साधक हैं जहां पुरुष की परिकल्पना नारी के बिना अधूरी मानी जाती है। हमारे यहां जहां एक ओर अर्धनारीश्वर की पूजा की जाती है वहीं दूसरी ओर मां जगदम्बा को इस श्रृष्टि का मूल माना जाता है, यह बात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस के अन्तर्गत महिला सशक्तिकरण एवं सुरक्षा सप्ताह के शुभारंभ एवं ‘महिला भागीदारी को प्रोत्साहन’ में प्रतिभाग करते हुए कही।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर घोषणा की कि महिलाओं और बच्चों के विरूद्ध होने वाली मानसिक और शारीरिक हिंसा की घटनाओं को सक्षम स्तर पर सूचित करते हुए रोकने का प्रयास करने वाले व्यक्ति को महिला सुरक्षा प्रहरी के रूप में जाना जाएगा तथा मुख्यमंत्री द्वारा ऐसे व्यक्ति या समूह को विशेष अवसरों पर सम्मानित भी किया जाएगा। उन्होंने दूसरी घोषणा की कि समाज की कुरीति बाल विवाह की पूर्वसूचना पुलिस को देने वाले या रोकने का प्रयास करने वाले व्यक्ति या संस्था को दस हजार रूपये की राशि से पुरस्कृत किया जाएगा तथा इन कार्यों में विशेष योगदान देने वाले कर्मचारियों व अधिकारियों को भी प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा।* इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास के ई-पेपर ‘अपनी वाणी’ का शुभारंभ किया एवं महिलाओं की आत्मरक्षा पर बनी लघु फिल्म का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान बाल विवाह को रोकने एवं सामाजिक सरोकारों के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वालों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया।
मुख्यमंत्री ने देवभूमि उत्तराखण्ड की समस्त नारीशक्ति को नमन करते हुए महिला सुरक्षा सप्ताह कार्यक्रम की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि किसी समाज या राज्य की रीढ़, उसकी सशक्त महिलाएं ही हैं। यदि किसी राज्य की नारी शक्ति प्रगति कर रही है तो उस राज्य का विकास सुनिश्चित है, उसे कोई रोक नहीं सकता। उत्तराखण्ड के निर्माण में महिलाओं ने अपना विशेष योगदान दिया है। एक ओर जहां प्रदेश की मातृशक्ति ने पूरे समाज को विपरीत परिस्थितियों में जीना सिखाया, जूझना सिखाया, वहीं दूसरी ओर हर परिस्थिति में जीतना भी सिखाया है। राष्ट्र-निर्माण में महिलाएं, पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति में कहा गया है जहां नारियों की पूजा होती है, वहां देवता निवास करते हैं। परंतु कालांतर में आक्रांताओं के प्रभाव के कारण समाज का महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण बदल गया,इसका परिणाम महिलाओं के साथ किए जाने वाले अपराधों के रूप में सामने आया। परंतु अब समय आ गया है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों के मन में भय पैदा किया जाय। ऐसे लोगों को ऐसा दंड मिले कि ऐसा घृणित अपराध करने से पहले इसके परिणाम के बारे में सोचकर उनकी रूह कांप जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र तथा राज्य सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए मिलकर सभी प्रकार के प्रयत्न कर रही हैं। महिलाओं को होम-मेकर के साथ – साथ नेशन-मेकर के रूप में आगे बढ़ना होगा, तभी सही अर्थों में राष्ट्र का विकास संभव हो पायेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारा निरंतर प्रयास है कि महिलाओं के जीवन स्तर को जितना अधिक हो सके उतना ऊपर उठाया जा सके। इसी प्रक्रिया के अंतर्गत राज्य सरकार ने सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण देने के साथ ही ‘मुख्यमंत्री नारी सशक्तिकरण योजना‘, मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना, मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना, लखपति दीदी योजना, महिलास्वयं सहायता समूहों को मजबूती प्रदान करने और पोषण अभियान जैसी योजनाएं प्रारंभ की हैं। शिक्षा का क्षेत्र हो, खेल का क्षेत्र हो या फिर सामाजिक न्याय की बात हो, हर क्षेत्र में महिलाओं को शक्ति संपन्न बनाने के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी डबल इंजन की सरकार द्वारा बनाई जाने वाली नीतियों में महिलाएं हमेशा प्राथमिकता पर रही हैं। प्रधानमंत्री जी द्वारा उज्ज्वला योजना चलाई जा रही है, इसी कड़ी में राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के 01 लाख 76 हजार अंत्योदय कार्डधारकों को साल में तीन गैस सिलिण्डर मुफ्त दिये जा रहे हैं। राज्य सरकार प्रधानमंत्री जी द्वारा दिए गए मंत्र ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ‘ को लेकर समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का प्रयास कर रही है। हमारी बेटियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ें, देश का नाम रोशन करें, यह हम सबका दायित्व है। पर्वतीय क्षेत्रों में महिलाओं की राह को आसान करने के लिए सरकार ‘जल जीवन मिशन‘ योजना पर तेजी से काम कर रही है। हमारा लक्ष्य 2025 तक उत्तराखण्ड को देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में शामिल करना है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए राज्य सरकार को मातृशक्ति का आशीर्वाद एवं समर्थन चाहिए।
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रेखा आर्या ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य में महिलाओं को आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक रूप से सशक्त बनाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। बेटी के पैदा होने पर महालक्ष्मी किट दी जा रही है। 12वीं पास करने पर नंदा-गौरा योजना के तहत बेटियों को 51 हजार रूपये की धनराशि दी जा रही है। विभाग द्वारा अनेक योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण एवं सुरक्षा सप्ताह के तहत विभाग द्वारा पूरे सप्ताह कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत आज महिला सुरक्षा एवं भागीदारी प्रोत्साहन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। द्वितीय दिवस में महिलाओं एवं बालिकाओं, विशेषकर अकुशल श्रमिक महिलाओं की स्वास्थ्य सुरक्षा हेतु स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन एवं श्रम विभाग के साथ समन्वयन कर निःशुल्क स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जायेगा। तृतीय दिवस मानव तस्करी एवं बाल विवाह निषेध सम्बंधित महत्वपूर्ण विषयों पर गृह विभाग के साथ समन्वयन कर जागरूकता अभियान चलाया जायेगा । चतुर्थ दिवस राज्य में संचालित सरकारी / निजी संस्थानों, प्रतिष्ठानों, उद्यमों, कार्यालयों, विश्वविद्यालयों एवं विद्यालयों में कार्यरत महिलाओं की सुरक्षा के संबंध में गृह विभाग द्वारा “गौरा शक्ति एप“ एवं “कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न“ के कानूनी प्रावधानों से सम्बंधित जन-जागरूकता अभियान कार्यक्रम किया जायेगा। पंचम दिवस में परिवहन विभाग द्वारा सार्वजनिक यातायात के साधनों, यथा-बसों, ऑटो, टैक्सियों पर आपातकालीन नम्बर-112, महिला हैल्पलाईन नम्बर-1090, के साथ-साथ “मैं महिला सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हूँ“ टैग लाईन का अंकन किया जायेगा। षष्ठम दिवस में महिला सशक्तिकरण हेतु अन्तर्विभागीय योजनाओं की जानकारी प्रदान कर राज्य स्तरीय कार्यक्रम में निराश्रित/एकल महिलाओं के उत्थान कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
इस अवसर पर विधायक दुर्गेश्वर लाल, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव एच.सी. सेमवाल, विशेष सचिव श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल, संबंधित विभागीय अधिकारी एवं मातृशक्ति मौजूद थे।