रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड की चारधाम यात्रा शुरू होने से पूर्व मौसम अनेक प्रकार के रंग दिखा दे रहा है। सबसे बड़ी बात यह है कि अप्रैल जैसे गर्म माह में दिसम्बर-जनवरी जैसी ठंड लग रही है। हिमालयी क्षेत्रों में लगातार बर्फ गिर रही है तो निचले क्षेत्रों में बारिश और ओलावृष्टि हो रही है। इस ओलावृष्टि से खेतों में खड़ी गेहूं, जौ सहित अन्य साग-सब्जियों की फसलों को भारी नुकसान पहुंच रहा हैं। इसके अलावा केदारनाथ धाम की बात करें तो लगातार बर्फबारी व बारिश से यात्रा तैयारियां भी बाधित हो रही हैं।
चरधाम यात्रा शुरू होने में महज 18 दिन का समय शेष रह गया है। इन दिनों प्रशासनिक स्तर से यात्रा तैयारियां जोर-जोर से की जा रही हैं, लेकिन इससे पहले मौसम भी जमकर परीक्षा ले रहा है। हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी तो निचले क्षेत्रों में बारिश का दौर जारी है। कुछ दिन पहले जहां गर्मी से आम जनता परेशान थी, वहीं लगातार दो दिनों तक हुई बारिश से दिसम्बर-जनवरी जैसी ठंड लौटकर आई है। निचले क्षेत्रों में आंधी-तूफान के अलावा ओलावृष्टि हो रही है, जिस कारण खेतों में कटने के लिये तैयार गेहंू आदि की फसलों को भी भारी नुकसान पहुंच रहा है। तेज आंधी-तूफान से पेड़-पौधे भी गिर रहे हैं, जिससे सड़कों पर चलना मुश्किल हो रहा है। इन दिनों दोपहर एक बजे बद मौसम अपना रंग बदल रहा है। केदारनाथ धाम में बर्फबारी व बारिश यात्रा तैयारियों में बाधक बन रही है। लगातार तीन दिनों से बर्फबारी के बारिश होने से यात्रा तैयारियां प्रभावित हो रही हैं, जिस कारण प्रशासन के सामने भी चुनौतियां खड़ी हो रही हैं।
यात्रा शुरू होने से पहले मौसम दिखा रहा अपना रंग, अप्रैल में दिसम्बर जनवरी जैसी ठण्ड
