देहरादून। भाजपा राष्ट्रीय सह-कोषाध्यक्ष व सासंद राज्यसभा डा. नरेश बंसल ने समस्त देशवासियों को ऐतिहासिक संविधान दिवस की शुभकामनाएं दी। डा. नरेश बंसल ने कहा कि भारतीय संविधान भारतीय लोकतंत्र की आत्मा है व सर्वोच्च मानवीय मूल्यों,उत्कृष्ट लोकतांत्रिक आदर्शों, कर्तव्यों व अधिकारों की पावन अभिव्यक्ति है। डा. बंसल ने कहा कि भारतीय संविधान हमें अधिकारों के साथ कर्तव्यों के निर्वहन की सीख भी देता है।आज का दिवस देशवासियों के अधिकार का दिवस है।दलित, पीड़ित, शोषित और वंचितों के गर्व का दिवस है।
डा. नरेश बंसल ने कहा कि व्यक्ति की गरिमा, राष्ट्र की एकता और अखंडता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिए संविधान सभा में 26 नंवबर 1949 में संविधान को अंगीकृत व अधिनियमित किया गया। इस दिन को 2015 से आदरणीय प्रधानसेवक नरेंद्र भाई मोदी की सरकार द्वारा पूरे देश में संविधान दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।उन्होंने संविधान दिवस के अवसर पर संविधान निर्माता भारतरत्न एवं महान समाज सुधारक बाबा साहेब डा0 भीमराव अंबेडकर को नमन करते हुए उनके अथक प्रयासों की सराहना की है। 26 नवंबर का दिन संविधान के महत्व का प्रसार करने और डॉ॰ भीमराव अम्बेडकर के विचारों और अवधारणाओं का प्रसार करने के लिए चुना गया था।
डा. नरेश बंसल ने कहा कि मैं आधुनिक भारत का सपना देखने वाले बाबा साहेब आंबेडकर समेत संविधान सभा के सभी सदस्यों को, सभी संविधान निर्माताओं को आदरपूर्वक नमन करता हूं।
डा. बंसल ने कहा कि संविधान, सुशासन की रूपरेखा तैयार करता है। इसकी सबसे महत्वपूर्ण विशेषता राज्य के तीन अंगों, अर्थात् कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका के कार्यों और शक्तियों को अलग करने का सिद्धांत है। हमारे गणतंत्र की यह पहचान रही है कि तीनों अंगों ने संविधान द्वारा निर्धारित सीमाओं का सम्मान किया है।तीनों का उद्देश्य जनता की सेवा करना है।
डा. नरेश बंसल ने कहा कि वैसे तो हर साल 26 नवंबर का दिन देश में संविधान दिवस के तौर पर मनाया जाता है लेकिन इस बार का संविधान दिवस बहुत खास है। इस बार संविधान सभा द्वारा संविधान अपनाए 75 वर्ष पूरे हो गए हैं।
डा. नरेश बंसल ने सभी देशवासीयो से आदरणीय प्रधानसेवक नरेंद्र मोदी के आवाह्न को आगे बढ़ाते हुए निवदेन किया कि आइए, देशहित व लोकहित हेतु अथाह प्रेरणा देते अपने महान संविधान के अनुरूप आचरण के लिए सभी लोग संकल्पित हों और इस संविधान दिवस पर हमें जीवन भर अपने मौलिक कर्तव्यों और देश का कानून का पालन करने का प्रण ले।
डा. नरेश बंसल ने कहा कि देश का अच्छा और जिम्मेदार नागरिक बनने से न सिर्फ संविधान का मकसद पूरा होगा बल्कि संविधान निर्माताओं के सपनों के राष्ट्र का निर्माण होगा।
डा. नरेश बंसल ने कहा कि 26/11, मुंबई आतंकी हमले का दिन भी है। मानवता के दुश्मनों ने भारत पर सबसे बड़ा आतंकवादी हमला किया था। मुंबई आतंकी हमले में जिनकी मृत्यु हुई, मैं उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।